आलसी मनुष्य का वर्तमान और भविष्य नहीं होता है।

चाणक्य

अपने रहस्यों को किसी पर भी उजागर मत करो। यह आदत स्वयं के लिए ही घातक सिद्ध होगी।

चाणक्य

शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है , एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान पता है। शिक्षा सौंदर्य और यौवन को परास्त कर देती है।

चाणक्य

मूर्खो से तारीफ़ सुनने से बेहतर है बुद्धिमान की डांट सुन्ना।

चाणक्य

वन की अग्नि चन्दन के वृक्ष को भी जला देती है अर्थात दुष्ट व्यक्ति किसी का भी अहित कर सकता है।

चाणक्य

राजनीती में हिस्सा न लेने का सबसे बड़ा दंड यह है की अयोग्य व्यक्ति आप पर शासन करने लगता है।

चाणक्य

गद्दारों की टोली में यदि हाहाकार हो तो समझ लो देश का राजा महान और चरित्रवान है और देश प्रगति पथ पर तीव्र अग्रसर है।

चाणक्य

बुद्धि से पैसा कमाया जा सकता है ना कि पैसे से बुद्धि हासिल की जा सकती है।

चाणक्य

हारना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपनों से हो ….. और …. जितना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपने आप से हो …!

चाणक्य

आपका खुश रहना ही आपके दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी सज़ा है।

चाणक्य

किसी भी देश के पतन का कारण उस देश के युवा होते है जो कहते है की राजनीती कीचड़ है तो उसे साफ़ करने का दायित्व भी उस देश के युवाओ पर है।

चाणक्य

दूसरो की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने में तुम्हारी उम्र कम पड़ेगी।

चाणक्य

एक संयमित मन के समान कोई तप नहीं, संतोष के समान कोई सुख नहीं, लोभ के समान कोई रोग नहीं और दया के समान कोई गुण नहीं।

चाणक्य

जो शक्ति न होते हुए भी मन से हार नहीं मानता है, उसको दुनिया की कोई ताकत परास्त नहीं कर सकती।

चाणक्य

हम उसके लिए न पछताए जो बीत गया। हम भविष्य की चिंता भी न करे। विवेक बुद्धि रखने वाले लोग केवल वर्तमान में जीते है।

चाणक्य

भगवान मूर्तियों में नहीं है। आपकी अनुभूति आपका इश्वर है, आत्मा आपका मंदिर है।

चाणक्य

किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए किताबें उतनी ही उपयोगी हैं जितना कि एक अंधे व्यक्ति के लिए आईना।

चाणक्य

कोई व्यक्ति अपने कार्यों से महान होता है, अपने जन्म से नहीं।

चाणक्य

फूलों की सुगंध केवल वायु की दिशा में फैलती है, लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई हर दिशा में फैलती है।

चाणक्य

हर मित्रता के पीछे कोई ना कोई स्वार्थ होता है, ऐसी कोई मित्रता नहीं जिसमे स्वार्थ ना हो। यह कड़वा सच है।

चाणक्य