“अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं है जितना कि सीखने की इच्छा ना रखना।” ऐसी ही और शिक्षाप्रद कोट्स (Educational Quotes in Hindi) नीचे दिये गए संग्रह में पढ़े जो आपको सफलता के पथ पर ले जाएँगी –

तपस्या धर्म का पहला और आखिरी कदम हैं।

महात्मा गाँधी

एक अच्छा और समझदार व्यक्ति सिर्फ ज्ञान की खाव्हिश करता हैं।

लिओनार्दो द विंची

जीवन में सीखने के लिए ऐसे बहुत से सबक हैं जिन्हे समझने के लिए उन्हें जीना होगा।

हेलेन केलर

शुभ कार्य स्वयं को मानसिक शक्ति देते हैं और दूसरों को भी अच्छे कार्य करने को प्रेरित करते हैं।

प्लेटो

लगातार प्रयत्न हमारी वास्तविक क्षमता को प्रकट करते हैं, न की शक्ति या बुद्धि को।

विंस्टन चर्चिल

यदि आप इसे सरलता से नहीं समझा सकते तो आप इसे अच्छी तरह से नहीं जानते।

अल्बर्ट आइंस्टीन

साथ आना शुरुआत है, साथ बने रहना प्रगति है और साथ में कार्य करते रहना सफलता हैं।

हेनरी फोर्ड

सबसे बड़ी ख़ुशी समझने की ख़ुशी हैं।

लिओनार्दो द विंची

मूर्ख एक ओर ही देखता है, ज्ञानी चारों तरफ।

समर्थ गुरु रामदास

किये हुए कर्म को मिटाया नहीं जा सकता।

शेक्सपियर

आपकी सफलता और ख़ुशी आपके अंदर हैं।

हेलेन केलर

मनुष्य के कर्म ही उसके विचारो की सबसे अच्छी व्याख्या हैं।

लाक

मूर्ख ज्ञानियों से भी नहीं सीख पाते और ज्ञानी मूर्ख से भी सीख लेते हैं।

बुद्ध

यदि जीवन दूसरों के लिए नहीं जीया गया, तो वह जीवन नहीं हैं।

मदर टेरेसा

प्रत्येक व्यक्ति जीनियस है, लेकिन यदि आप मछली में पेड़ पर चढ़ने की योग्यता देखेंगे तो वह ज़िन्दगी भर स्वयं को मूर्ख समझेगी।

अल्बर्ट आइंस्टीन

ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें परिपूर्णता देता है।

सर्वपल्ली राधाकृष्णन

जब तक आप जो कर रहे हैं उसे पसंद नहीं करते तब तक आप सफलता नहीं पा सकते।

डेल कार्नेगी

अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं है जितना कि सीखने की इच्छा ना रखना।

बेंजामिन फ्रैंकलिन

जिसे जीत लिए जाने का भय होता है उसकी हार निश्चित होती है।

नेपोलियन बोनापार्ट

शिक्षा सबसे सशक्त हथियार है जिससे दुनिया को बदला जा सकता है।

नेल्सन मंडेला

मित्र बनाने का एक ही तरीका है, मित्र बनिए।

राल्फ वाल्डो इमर्सन

धर्म के बिना विज्ञान लंगड़ा है, और विज्ञान के बिना धर्म अंधा है।

अल्बर्ट आइंस्टीन

खाने और सोने का नाम जीवन नहीं हैं, जीवन नाम हैं सदैव आगे बढ़ते रहने की लगन का।

मुंशी प्रेमचन्द्र

मनुष्य का सबसे बड़ा यदि कोई शत्रु हैं तो वह है उसका अज्ञान।

चाणक्य

बार बार असफल होने पर भी उत्साह ना खोना ही सफलता है।

विंस्टन चर्चिल